गरीब बच्चों को पढ़ाई के लिए स्मार्टफोन दिया जाए
सिफारिस
कोरोनावायरस महामारी से शिक्षण कार्य काफी प्रभावित हुआ है । संसाधनों की कमी से जूझ रहे गरीब बच्चों की शिक्षा प्रभावित हुई है । संसदीय समिति ने भी इस बात को स्वीकार किया है और सरकार को सौंपी अपनी रिपोर्ट मैं सिफारिश की है कि गरीब बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा के लिए डाटा सुविधा सहित स्मार्टफोन उपलब्ध कराए जाएं ।
गृह मंत्रालय से संबंधित संसदीय सीमिति ने हाल में कोरोना महामारि एवं इसके प्रबंध को लेकर अपनी विस्तृत रिपोर्ट राज्यसभा के सभापति एम . वैंकेया नायडू को सौपी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी के कारण स्कूल कॉलेज मार्च 2020 से भी बंद है । और आगे भी कब तक खुलेंगे यह स्पष्ट नहीं है ऐसे में ऑनलाइन तरीके से शिक्षण कार्य चल रहा है लेकिन सभी बच्चों के ऑनलाइन शिक्षा हासिल करने की सुविधा नहीं है । इस समिति के अध्यक्ष कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा है । समिति ने कहा है कि सरकार ऐसे बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करें या उन्हें कम कीमत के स्मार्ट फोन टेबलेट या कंप्यूटर उपलब्ध कराएं ।
साथ ही डाटा भी उपलब्ध कराएं । समिति ने कहा है कि देश में सभी जगह सूचना प्रौद्योगिकी का तंत्र मजबूत नहीं है । ऑनलाइन शिक्षा के लिए इस तंत्र को भी मजबूत बनाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं ।
ऑफलाइन तरीके से भी अध्ययन हो :
समिति ने सिफारिशों में शिक्षक को भी ऑनलाइन शिक्षण का प्रशिक्षण उपलब्ध कराने की सिफारिश की है । समिति ने कहा है कि आने वाले समय में यदि स्कूल खोले जाते हैं तो प्राइमरी एवं प्रिय प्राणी कक्षाओं को अनुमति नहीं दी जाए । साथ ही स्कूल में अध्ययन ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों तरीके से हो ताकि एक समय में ज्यादा छात्र मौजूद नहीं रहे । बता दें कि कोरोना काल में शिक्षा पर जारी असर रिपोर्ट में बताया गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में 61.8फीसदी बच्चों के पास ही स्मार्ट फोन की सुविधा थी ।
अधीनस्थ सेवा के 50 हजार पदों पर भर्तियां
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग वर्ष 2021 में 50 हजार से अधिक पदों पर भर्तियों की तैयारियों मे जुट गया है । आयोग के पास 40 हजार खाली पदों पर भर्तियां संबंधी प्रस्ताव पहुंच गए हैं ' कुछ और विभागों से 10, हजार से अधिक संशोधित प्रस्ताव मंगाए गए हैं । अधीनस्थ सेवा चयन आयोग नए साल में सबसे पहले प्रारंभिक अहर्ता परीक्षा कराएगा और फिर भर्तियों के संबंध में विज्ञापन निकालकर आवेदन लेगा । प्रारंभिक परीक्षा अप्रैल 2021 में कराने की तैयारी की जा रही है जबकि मुख्य परीक्षा मई तक कराकर भर्ती हुए अभ्यार्थी को नियुक्ति पत्र बांटे जाएंगे ।
योग्यता के आधार पर आवेदन :
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग इस जल्द भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के लिए योग्यता के आधार पर आवेदन लेगा । उदाहरण के लिए इंटरमीडिएट स्नातक प्रोफेशनल कोर्स या फिर तकनीकी योग्यता वाले पदों के लिए ग्रुपवार आवेदन पर विचार विमर्श किया जा रहा है । इसके लिए आयोग में आए हुए भर्ती प्रस्ताव को पद और योग्यता के आधार पर अलग अलग करने का काम शुरू करा दिया गया है । इससे आवेदन करने वाले अपने ग्रुप के आधार पर आवेदन कर सकेंगे और आयोग को भी भर्ती परीक्षा कराने में आसानी होगी ।
पाठ्यक्रम होगा ऑनलाइन :
आयोग प्रारंभिक अर्हता परीक्षा पाठ्यक्रम ऑनलाइन जारी करेगा । इसके लिए 3 सदस्यों की कमेटी बना दी गई है । कमेटी पाठ्यक्रम का प्रारूप तैयार कर आयोग के अध्यक्ष को देगी ' आयोग सदस्यों की बैठक में सहमति के बाद इसे ऑनलाइन किया जाएगा जिससे इसमें शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को सुविधा मिलेगी ।
आयोग को भर्ती संबंधी अधिकतर विभागों के प्रस्ताव मिल गए हैं । शैक्षिक योग्यता के आधार पर इसे ग्रुप में बांटा जा रहा है । प्रारंभिक अर्हता परीक्षा कराने के बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी
40 हजार के करीब खाली पदों के प्रस्ताव पहुंचे 10 हजार से अधिक संशोधित प्रस्ताव मंगाए गए
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